Sunday , November 24 2024

देश

भूपेश बघेल सरकार की डिप्टी सेक्रेटरी पर गिरी गाज, ED ने किया अरेस्ट

त्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार के शीर्ष नौकरशाहों में शामिल सौम्या चौरसिया को ईडी ने अरेस्ट कर लिया है।  छत्तीसगढ़ के खनन घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में एजेंसी ने गिरफ्तार किया है।

जून में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने भी सौम्या चौरसिया के ठिकानों पर छापेमारी की थी।  इस रेड में हवाला रैकेट से मिले 100 करोड़ रुपये बरामद किए गए हैं। हवाला लेनदेन के जरिए बिना बैंक ट्रांजेक्शन के कैश को ठिकाने लगाने का आरोप लगा था।

सौम्या के घर छापे को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर बदले की कार्रवाई करने का आरोप लगाया था। छत्तीसगढ़ के भिलाई में जन्मीं सौम्या चौरसिया को बहुत से लोग आईएएस अधिकारी समझते हैं,।  सीएम भूपेश बघेल की करीबी होने के चलते उच्च पदों पर रही हैं। इससे पहले वह कई जिलों में एसडीएम के पद पर कार्य कर चुकी हैं।

अखिलेश यादव का बीजेपी नेताओं को ‘ओपन ऑफर’, ‘सौ विधायक लाओ और मुख्यमंत्री बन जाओ’

 उत्तर प्रदेश की राजनीति में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ‘सौ विधायक लाओ और मुख्यमंत्री बन जाओ’ के बयान के बाद सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।

सिर्फ सौ विधायक ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारों में इन दिनों प्रतीकात्मक तौर पर मुस्लिमों के लिए प्रयोग की जाने वाले ‘अब्दुल’ की भी सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है।

समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान ने जब से यह बयान दिया, ‘अब्दुल अब दरी नहीं बिछाएगा, बल्कि पोंछा लगाएगा’, तभी से सियासी गलियारों में खासकर मुस्लिम समुदाय में इस बात की चर्चाएं सबसे ज्यादा हो रही हैं, क्या मुस्लिम वोट बैंक में सेंधमारी को बचाने के लिए आजम खान ने इस तरीके का बयान दिया है।

उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा और लोकसभा के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने सियासत की बिसात पर सिर्फ अब्दुल का ही दांव नहीं चला है। अखिलेश यादव ने भी तंज कसते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के दोनों मुख्यमंत्रियों को सौ-सौ विधायक लाकर मुख्यमंत्री बनाने का वादा कर डाला। अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के दोनों उप मुख्यमंत्रियों के लिए ऐसा वादा करके सियासी तंज ही कसा है।

मतदाता धोखाधड़ी मामले में सीएम बोम्मई बोले-“सिर्फ चुनाव आयोग नाम जोड़…”

र्नाटक में वृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) क्षेत्र में एक निजी संस्था द्वारा मतदाता धोखाधड़ी के मामले में सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा कि चुनाव आयोग को अनधिकृत मतदाताओं के नाम हटाने चाहिए और प्रामाणिक मतदाताओं के नाम शामिल करने चाहिए।

राज्य में अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं।राज्य की तीन विधानसभा सीटों- 162 शिवाजीनगर, 169 चिकपेट और 174 महादेवपुरा से जुड़ा हुआ है। ये तीनो विधानसभा सीटें बीबीएमपी क्षेत्र में आती हैं।

इन विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची में एक निजी संस्था द्वारा नाम जोड़ने और हटाने के आरोप हैं। इसी मामले में कार्रवाई करते हुए भारतीय चुनाव आयोग ने शुक्रवार को 100 फीसदी जांच के निर्देश दिए थे। 1 जनवरी, 2022 के बाद शिवाजीनगर, चिकपेट और महादेवपुरा विधानसभा सीटों की मतदाता सूची में जोड़े गए नामों और हटाए गए नामों की एक सूची सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ साझा करने का निर्देश दिया था।

सीएम एकनाथ शिंदे ने किया एलान, 2023 से होगा सरकारी दफ्तरों का डिजिटलीकरण

हाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को घोषणा की कि सरकार राज्य के सभी सरकारी दफ्तरों का डिजिटलीकरण करने जा रही है।  अगले 1 अप्रैल 2013 से राज्य के सभी सरकारी दफ्तरों में ई-ऑफिस सिस्टम लागू होगा.

शिंदे ने आज केंद्रीय प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग के सचिव वी. श्रीनिवास से मुलाकात की और उसके बाद यह घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि ई-ऑफिस सिस्टम लागू होने से काम को जल्दी पूरा किया जा सकेगा और सारा काम पेपरलेस होगा।

मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से सुशासन नियमावली तैयार करने के लिए अधिकारियों को प्रशासन का सहयोग करने का निर्देश दिया गया है। सीएमओ की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि महाराष्ट्र वर्तमान में सुशासन सूचकांक में दूसरे स्थान पर है. अक्तूबर में भारतीय रेलवे को सौ फीसदी पेपरलेस बनाने के लिए सरकार ने विशेष अभियान चलाया था, ताकि पेपर (कागज) की बर्बादी को कम किया जा सके।

प्रधानमंत्री ज्ञानवीर योजना के अंतर्गत अब युवाओं को प्रति माह मिलेंगे 3,400 रूपए ? सच या अफवाह

आज कल सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे Whatsapp, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि पर मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से मिलते-जुलते नाम या प्रधामंत्री के नाम पर कई योजनाओं के मैसेज वायरल हो रहे हैं।

पिछले कई दिनों से प्रधानमंत्री ज्ञानवीर योजना का मैसेज वायरल हो रहा है। प्रधानमंत्री ज्ञानवीर योजना के तहत पंजीकरण करने पर सभी युवाओं को प्रति माह ₹3,400 दिए जाएंगे।

अगर आपके मोबाइल फोन में यह मैसेज आया है तो कहीं फार्वर्ड न करें और न ही इसमें दिए गए लिंक को टैप करें। लिंक टैप करके अगर आपने अपनी जानकारी दी तो आप मुसीबत में फंस सकते हैं।

वायरल मैसेज में लिखा गया है, ” सरकार का बड़ा फैसला। सभी युवाओं को मिलेंगे 3400 रुपये हर महीने। मैंने तो 3400 रुपये प्रधामंत्री ज्ञानवीर योजना से प्राप्त कर लिए, आप भी अभी रजिस्ट्रेशन करें।”

सरकार से जुड़ी कोई खबर सच है या फर्जी, यह जानने के लिए PIB Fact Check की मदद ली जा सकती है। कोई भी व्यक्ति PIB Fact Check को संदेहात्मक खबर का स्क्रीनशॉट, ट्वीट, फेसबुक पोस्ट या यूआरएल वॉट्सऐप नंबर 918799711259 पर भेज सकता है या फिर [email protected] पर मेल कर सकता है।

अपनी जानकारी संभालकर रखें। अगर कंप्यूटर / स्मार्टफोन में इस तरह की जानकारी है तो उसे पासवर्ड या पैटर्न से सुरक्षित करें। सामान्य पैटर्न को साइबर हैकर आसानी से तोड़ लेते हैं।

मुस्लिम लड़कियों के लिए 10 नए कॉलेज बनाए जाने पर कर्नाटक में एक बार फिर छिड़ा विवाद

र्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार द्वारा मुस्लिम लड़कियों के लिए 10 नए कॉलेज बनाने के फैसले पर विवाद छिड़ गया है। हिंदू संगठनों ने इसके विरोध की चेतावनी दी है। सरकार अपने फैसले पर आगे बढ़ रही है और 2.50 करोड़ रुपये का अनुदान भी आवंटित कर दिया है।

 शुरुआत में मलनाड और उत्तर कर्नाटक क्षेत्रों में कॉलेज बनाए जा रहे हैं और बाद में इनका विस्तार किया जाएगा। कर्नाटक वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना शफी सादी ने कहा कि विशेष कॉलेजों के लिए बोर्ड द्वारा प्रस्ताव दिया गया था और यह निर्णय बड़ी संख्या में मुस्लिम लड़कियों द्वारा हिजाब पहनने की अनुमति न देने पर घर पर रहने का विकल्प चुनने के बाद लिया गया है।

उन्होंने कहा, प्रस्ताव केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी को दिया गया था। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर्नाटक के मुजरई मंत्री शशिकला जोले और कलाबुरगी के सांसद उमेश जाधव ने किया।

हिंदू जन जागृति समिति के नेता मोहन गौड़ा ने कहा कि अगर मुस्लिम लड़कियों के कॉलेज बन रहे हैं तो हिंदू शिक्षण संस्थान भी बनने चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार का यह निर्णय धर्मनिरपेक्षता और संविधान के सिद्धांतों के खिलाफ है.

उत्तराखंड विधानसभा में कड़े प्रावधानों वाला धर्मांतरण रोधी संशोधन विधेयक पारित

उत्तराखंड विधानसभा ने बुधवार को कड़े प्रावधानों वाला धर्मांतरण रोधी संशोधन विधेयक पारित कर दिया,  जबरन धर्म परिवर्तन के दोषियों के लिए तीन साल से लेकर 10 साल तक की सजा का प्रावधान किया गया है.

प्रदेश के धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने इसे पेश करते हुए कहा था कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 25, 26, 27 और 28 के अनुसार, प्रत्येक धर्म को समान रूप से प्रबल करने के उद्देश्य में आ रहीं कठिनाइयों के निराकरण के लिए यह संशोधन विधेयक लाया गया है.

विधेयक में विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन को संज्ञेय और गैर-जमानती अपराध बनाते हुए दोषियों के लिए न्यूनतम तीन साल से लेकर अधिकतम 10 साल तक के कारावास का प्रावधान है.इस संशोधन के बाद अपराध करने वाले को कम से कम पांच लाख रुपये की मुआवजा राशि का भुगतान भी करना भी पड़ सकता है, जो पीड़ित को दी जाएगी.

कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से बल, प्रलोभन या कपटपूर्ण साधन द्वारा एक धर्म से दूसरे में परिवर्तित या परिवर्तित करने का प्रयास नहीं करेगा.उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता (संशोधन) अधिनियम, 2022 पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट किया, ‘इसके तहत धर्म परिवर्तन पर 10 साल तक की सजा का प्रावधान है.

 गुजरात में आज से हुई पहले चरण के मतदान की शुरुआत, 19 जिलों में 788 उम्मीदवार मैदान पर

 गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान जारी है। राज्य की 89 विधानसभा सीटों  8 बजे वोटिंग शुरू हो गई थी। पहले घंटे में लगभग पांच फीसदी मतदान दर्ज किया जा चुका था,  सुबह 11 बजे तक 18.95 फीसदी मतदान हुआ।

अमरेली में 19 फीसदी, मोरबी में 22.27 फीसदी, भरूच में 17.57 फीसदी, नर्मदा में 23.73 फीसदी, भावनगर में 18.84 फीसदी और नवसारी में 21.79 फीसदी मतदान हुआ।कई पोलिंग बूथ पर सुबह से ही मतदाताओं की लाइन लगनी शुरू हो गई थी।

पहले चरण में दक्षिण गुजरात और कच्छ-सौराष्ट्र क्षेत्र के 19 जिलों में 788 उम्मीदवार मैदान में हैं। इन उम्मीदवारों में 70 महिलाएं और 339 निर्दलीय हैं। 89 सीटों में से 14 अनुसूचित जनजाति और सात दलितों के लिए आरक्षित हैं।

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बायड में एक जनसभा को संबोधित किया। योगी ने कहा कि कांग्रेस हमेशा सरदार वल्लभभाई पटेल और बाबा साहब अंबेडकर का विरोध करती रही। कांग्रेस संकट के समय जनता के साथ खड़ी नहीं रह सकती।

 

जी-20 की अध्यक्षता मिलते ही झूम उठे भारतीय, 100 स्मारकों को सात दिनों के लिए किया जाएगा रोशन

विकसित और विकासशील देशों के समूह जी-20 की अध्यक्षता  भारत को मिल गई। एक वर्ष के लिए जी-20 की अध्यक्षता मिलने की खुशी में देश के 100 स्मारकों को सात दिनों के लिए रोशन किया जा रहा है। स्मारकाें के बाहर जी-20 का लोगो भी लगाया जाएगा।

भारत को जी-20 की अध्यक्षता एक दिसंबर से 30 नवंबर तक के लिए मिली है।  आगरा को कल्चरल कोर ग्रुप की बैठक के लिए चुना गया है। संस्कृति मंत्रालय ने देश के 100 स्मारकों को एक से सात दिसंबर की अवधि में रोशन करने का निर्णय लिया है।

आगरा किला, फतेहपुर सीकरी और सिकंदरा को रोशन करने को चुना गया है। इन्हें गुरुवार शाम से रोशन किया जाएगा। इसका ट्रायल मंगलवार व बुधवार को किया जा चुका है।

ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी और सिकंदरा में जी-20 के लोगो लगाए जाएंगे। ताजमहल के पूर्वी गेट स्थित यूनिपोल, आगरा किला में अमर सिंह गेट, फतेहपुर सीकरी में आगरा गेट और सिकंदरा के गेट पर लोगो लगेगा। जी-20 के देशों की विजिट छह व सात फरवरी को आगरा में होगी। वह ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी समेत अन्य स्मारकों का भ्रमण करेंगे।

आफताब पूनावाला ने नार्को टेस्ट में कबूली सच्चाई, तो ये हैं श्रद्धा की हत्या का असली कातिल

श्रद्धा मर्डर केस में गुरुवार का दिन अहम रहा। आरोपी आफताब पूनावाला का नार्को टेस्ट हुआ। जानकारी के मुताबिक, आफताब ने यहां भी श्रद्धा की हत्या करने कबूल लिया है। आफताब अपना गुनाह कबूल कर चुका है।

इस तरह पॉलीग्राफी और नार्को टेस्ट पुलिस के लिए बहुत अहम है। पॉलीग्राफी टेस्ट के दौरान आफताब ने कई बड़े खुलासे किए हैं, जिनके आधार पर पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है।

नार्को टेस्ट से पहले आफताब से एक सहमति फॉर्म भरवाया गया। आफताब ने इस फॉर्म को ठीक से पढ़ा और फिर जानकारी दर्ज की। सीनियर डॉक्टरों और एक्सपर्ट की मौजूदगी में नार्को टेस्ट किया जा रहा है।

सुबह 10 बजे से नार्को टेस्ट हो रहा है। बुधवार को आफताब ने रोहिणी स्थित फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) में किए गए पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान अपराध करना कबूल किया। पॉलीग्राफ टेस्ट कई सत्रों में चला।

पुलिस ने कहा कि श्रद्धा की हत्या करने के बाद आफताब ने नई गर्लफ्रेंड की तलाश जारी कर दी थी। उसने एक मनोवैज्ञानिक से दोस्ती थी और उसे अक्टूबर में दो बार महरौली स्थित अपने आवास पर बुलाया था। उसे श्रद्धा की हत्या के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। वो जितने भी दिन आफताब के साथ रही, वह सामान्य नजर आया। उसके चेहरे पर कभी कोई तनाव या डर नहीं आया।