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पीएम मोदी ने किया आईटीयू सम्मेलन-मोबाइल कांग्रेस का उद्घाटन, 190 से अधिक देश ले रहे हिस्सा

नई दिल्ली:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को भारत मंडपम में भारत में संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) की ओर से आयोजित किए जाने वाली विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा (डब्ल्यूटीएसए) का उद्घाटन किया। इसके अलावा वे भारत मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) के आठवें संस्करण का भी उद्घाटन किया। विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा (डब्ल्यूटीएसए) सम्मेलन चार वर्षों के अंतराल पर आयोजित किया जाता है। इसमें स्वीकृत सिफारिशें और प्रस्ताव संचार प्रौद्योगिकियों के विकास की दिशा तय करते हैं।

पहली बार आईटीयू-डब्ल्यूटीएसए की मेजबानी भारत और एशिया-प्रशांत में की जा रही है। पीएमओ की ओर से कहा गया है कि यह एक महत्वपूर्ण वैश्विक कार्यक्रम है जो 190 से अधिक देशों के 3,000 से अधिक उद्योग जगत के नेताओं, नीति-निर्माताओं और तकनीकी विशेषज्ञों को एक मंच पर एकत्रित करने जा रहा है। ये विशेषज्ञ दूरसंचार, डिजिटल और आईसीटी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

इससे पहले पीएमओ ने कहा, डब्ल्यूटीएसए 2024 के दौरान कई देशों के प्रतिनिधि 6जी, एआई, आईओटी, बिग डाटा और साइबर सुरक्षा जैसी अगली पीढ़ी की महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों के मानकों पर और भविष्य तय करने के लिए चर्चा करेंगे।

इंडिया मोबाइल कांग्रेस में दोगुनी हुई भागीदारी
आईटीयू के एक अधिकारी ने कहा, दूरसंचार विभाग की ओर से समर्थित इंडिया मोबाइल कांग्रेस का आठवां संस्करण भी डब्ल्यूटीएसए के साथ आयोजित किया जाएगा। कई देशों के प्रदर्शकों, स्टार्टअप आदि की भागीदारी के मामले में वार्षिक इंडिया मोबाइल कांग्रेस का आकार पिछले साल से लगभग दोगुना हो गया है।

आईएमसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रामकृष्ण पी ने कहा, इस बार आईएमसी और बेहतर होने वाला है, क्योंकि वैश्विक भागीदारी पिछले साल से लगभग दोगुनी हो गई है। इस बार 120 से अधिक देशों के भाग लेने की उम्मीद है, जिससे एशिया के सबसे बड़े प्रौद्योगिकी एक्सपो और वैश्विक डिजिटल परिवर्तन में एक प्रमुख शक्ति के रूप में आईएमसी की स्थिति मजबूत होगी।

डीजी एस परमेश ने भारतीय तटरक्षक बल के नए प्रमुख का संभाला पदभार, कहा- इसे पूरी क्षमता से निभाना चाहता हूं

पिछले महीने से पूर्व महानिदेशक राकेश पाल के निधन के बाद से महानिदेशक के रूप में काम कर रहे डीजी एस परमेश ने आज भारतीय तटरक्षक बल के नए प्रमुख के तौर पर पद संभाल लिया है। उन्होंने पिछले तीन दशकों में संगठन में कई पदों पर रहते हुए शानदार सेवा की है। फ्लैग ऑफिसर नेशनल डिफेंस कॉलेज, नई दिल्ली और डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन के पूर्व छात्र का पेशेवर इतिहास उपलब्धियों से भरा हुआ है और उन्होंने अपने सभी कामों में उत्कृष्ट और सराहनीय प्रदर्शन का ट्रैक रिकॉर्ड बनाया है। आज नई जिम्मेदारी संभालने से पहले उन्हें गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

इसे पूरी क्षमता से निभाना चाहता हूं- एस परमेश
वहीं नए पद को संभालने के दौरान भारतीय तटरक्षक बल के प्रमुख महानिदेशक एस परमेश ने कहा, भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक का पदभार संभालना मेरे लिए सम्मान की बात है। यह एक सम्माननीय जिम्मेदारी है, जिसे मैं अपनी पूरी क्षमता से निभाना चाहता हूं। मैं भारतीय तटरक्षक बल के समग्र विकास और प्रगति के लिए एक समावेशी दृष्टिकोण अपनाने का इरादा रखता हूं। मैं तटरक्षक बल को सभी मोर्चों पर आगे बढ़ाने के लिए तीन प्रमुख स्तंभों ईमानदारी, पारदर्शिता और निष्पक्षता को अपनाना चाहता हूं।

उन्होंने आगे कहा कि मेरी प्राथमिकता समुद्री क्षेत्र में, भारतीय नौसेना और समुद्री पुलिस के साथ घनिष्ठ सहयोग और सहकारिता मेरे लिए अनिवार्य होगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि समुद्री सुरक्षा की सभी परिसंपत्तियों पर अच्छी तरह ध्यान दिया जाए।

डीजी एस परमेश की विशेषज्ञता
बता दें कि फ्लैग ऑफिसर नेविगेशन और डायरेक्शन में विशेषज्ञ हैं और एस परमेश की समुद्री कमान में आईसीजी के सभी प्रमुख पोत शामिल हैं, जिनमें एडवांस्ड ऑफशोर पेट्रोल वेसल समर और ऑफशोर पेट्रोल वेसल विश्वस्त शामिल हैं। उनके प्रमुख स्टाफ असाइनमेंट में उप महानिदेशक (संचालन और तटीय सुरक्षा), तटरक्षक मुख्यालय, नई दिल्ली में प्रधान निदेशक (संचालन) और तटरक्षक क्षेत्रीय मुख्यालय (पूर्व), चेन्नई में मुख्य स्टाफ अधिकारी (संचालन) शामिल हैं।

‘ऐसा लगा जैसे पैर के नीचे पटाखे फूट रहे हों’, बाबा सिद्दीकी पर हमले के दौरान घायल शख्स ने बताया वाकया

मुंबई:  मुंबई के सबसे व्यस्ततम इलाकों में से एक बांद्रा में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की वारदात को जिस तरह अंजाम दिया गया, इससे सभी हैरान हैं। बाबा सिद्दीकी के साथ मौजूद पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते कि तब तक बदमाशों ने छह राउंड गोलियां फायर की। इसमें तीन गोलियां बाबा सिद्दीकी को लगी जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई। वहीं इस दौरान एक गोली मौके से गुजर रहे एक शख्स के पैर में भी लगी है।

गोलियां चलने के बाद कैसा था माहौल?
जानकारी के मुताबिक, राज कनौजिया नाम के एक शख्स के पैर में गोली लगी है। जो इस वारदात के दौरान एक दुकान से वापस लौट रहा था, उसने बताया कि दशहरा का पर्व था और माहौल ऐसा था। ऐसा लगा जैसे पटाखे फूट रहे हों। मुझे लगा जैसे मेरे पैर पर पटाखा फूट गया हो। जब मैंने पैर को देखा तो खून निकलता दिखा, जल्द ही मौके पर अफरा-तफरी मच गई, लोग इधर-उधर भागने लगे। लोग चिल्लाने लगे, फायरिंग हुई है, फायरिंग हुई है। मैं जैसे तैसे एक पैर पर लंगड़ाते हुए मैं किसी तरह पास के मंदिर में पहुंचा, जहां कुछ लोग मुझे अंदर ले गए और फिर मुझे अस्पताल ले जाया गया।

लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर की गई हत्या!
मुंबई पुलिस को संदेह है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर की गई, जो गुजरात जेल में बंद है। वहीं इस वारदात में शामिल शूटर गुरमेल बलजीत सिंह और धर्मराज राजेश कश्यप को उसी रात ही गिरफ्तार कर लिया गया था। तीसरा शूटर शिव कुमार अभी भी फरार है। मामले में कथित तीन शूटरों में से दो – शिव कुमार और राजेश कश्यप – यूपी के बहराइच के गंडारा गांव के हैं। गरीब परिवारों से आने वाले दोनों ही होली के बाद पैसे कमाने के लिए अपने गांव से पुणे चले गए थे।

पुलिस ने जांच के लिए गठित की 15 टीमें
कथित शूटर शिव कुमार ने हाल के महीनों में अपने गैंगस्टर होने का दिखावा करते हुए ऑनलाइन कंटेंट पोस्ट करना शुरू कर दिया था। उसने 24 जुलाई को अपने इंस्टाग्राम पर अपनी फोटो पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा था, यार तेरा गैंगस्टर है जानी। जिसमे उसने एक फोटो पोस्ट में वह मोटरसाइकिल पर सवार था और बैकग्राउंड में हरियाणवी गाना बज रहा था। वहीं इस मामले में मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जो हाई-प्रोफाइल हत्या से जुड़े लोगों की तलाश में महाराष्ट्र से बाहर निकल गई हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आश्वासन दिया है कि सिद्दीकी की नृशंस हत्या के लिए जिम्मेदार लोग न्याय से बच नहीं पाएंगे।

पीड़ित परिवार से आज मिलेंगे सीएम योगी आदित्यनाथ, बवाल में चली गई थी एक शख्स की जान

लखनऊ:  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहराइच हिंसा के पीड़ित परिवार से मंगलवार को मुलाकात करेंगे। मृतक रामगोपाल का परिवार मुख्यमंत्री से मिलने के लिए लखनऊ रवाना हो गया है। विधायक महसी सुरेश्वर सिंह पुलिस और पीएसी टीम के साथ गांव पहुंचे थे। कुछ देर पहले परिवार विधायक के साथ लखनऊ रवाना हो गया है।

बता दें कि हिंसा में रामगोपाल मिश्रा की गोली लगने से मौत हो गई थी, जिसके बाद सांप्रदायिक माहौल बिगड़ता चला गया और इसकी चपेट में ग्रामीण इलाके भी आ गए। योगी मंगलवार को पीड़ित परिवार से पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेंगे।

हिंसा की आग में जला बहराइच
दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा और युवक की हत्या के बाद सोमवार को बहराइच जल उठा। शव गांव पहुंचने पर लोगों का गुस्सा और भड़क उठा। आक्रोशित भीड़ ने शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। लाठी-डंडे लेकर कस्बे में घुसे लोगों ने बाइक के दो शोरूम, एक अस्पताल को आग के हवाले कर दिया। दूसरे समुदाय के गांव में जाकर दो घरों को फूंक दिया। डीएम, एसपी समेत आसपास के जिलों की फोर्स पहुंची। पीएसी के जवान भी पहुंचे, लेकिन दोपहर तक हालात काबू नहीं कर पाए।

तब एडीजी एलओ व एसटीएफ चीफ अमिताभ यश और गृह सचिव डॉ. संजीव गुप्ता ने बहराइच पहुंचकर मोर्चा संभाला। आंसू गैस के गोले दागकर और लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा गया। प्रशासन ने इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेते रहे। अधिकारियों को निर्देश दिया कि सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वाला कोई भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए।

प्रतिमा विसर्जन को लेकर शुरू हुआ था विवाद
महराजगंज कस्बे में रविवार को विसर्जन के दौरान डीजे बजाने को लेकर दूसरे समुदाय की आपत्ति के बाद शुरू हुए विवाद में रामगोपाल मिश्रा (24) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सोमवार सुबह रामगोपाल का शव घर पहुंचा, तो अंतिम यात्रा में 5 से 6 हजार लोग शामिल हुए। लाठी-डंडों के साथ आक्रोश से भरी भीड़ शव लेकर महसी तहसील पहुंची व शव सड़क पर रख प्रदर्शन शुरू कर दिया।

भीड़ के हाथ जो लगा, उसे आग के हवाले कर दिया
रामगोपाल की अंतिम यात्रा में जुटे लोगों में से करीब दो हजार लोग कस्बे और कबड़ियन पुरवा में घुस गए और तोड़फोड़-आगजनी की। कुछ घंटे तक पूरा इलाका भीड़ के कब्जे में रहा। भीड़ के हाथ जो लगा, उसे तोड़ दिया या आग के हवाले कर दिया। पुलिस लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़कर उनको खदेड़ रही थी, लेकिन लोग फिर जुटते रहे। पुलिस की और कंपनियों और उच्चाधिकारी के पहुंचने के बाद बवाल कुछ शांत हुआ।

भाजपा-शिवसेना-एनसीपी में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला लगभग तय; अजित गुट में शामिल हुए कांग्रेस विधायक

मुंबई:  महाराष्ट्र में सत्ताधारी गठबंधन महायुति में सीटों का बंटवारा लगभग पूरा हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स में विभिन्न नेताओं से ऑफ रिकॉर्ड बातचीत के बाद यह जानकारी सामने आई है। सूत्रों के अनुसार महायुति गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर जो सहमति बनी है, उसके मुताबिक भाजपा राज्य की 288 विधानसभा सीटों में से 158 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। हालांकि अभी तक गठबंधन या किसी नेता ने आधिकारिक तौर पर इसका एलान नहीं किया है।

सीएम चेहरे को लेकर बनी ये सहमति
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को बंटवारें के तहत 70 सीटें मिल सकती हैं और अजित पवार की एनसीपी को 50 सीटें देने की पेशकश की गई है। अभी गठबंधन में सीएम चेहरे का एलान नहीं करने का फैसला किया गया है और चुनाव तक एकनाथ शिंदे ही चेहरा होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दिल्ली में हुई बैठक में यह फार्मूला तय किया गया है। इस बैठक में महाराष्ट्र कोर ग्रुप के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा भी शामिल हुए।

इस बैठक में महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े भी मौजूद रहे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सीट बंटवारे के तहत शिवसेना ने 90 और एनसीपी ने 70 सीटों पर दावा किया था, लेकिन भाजपा में इसे लेकर आंतरिक प्रतिरोध था। वहीं विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी अभी सीटों के बंटवारे पर चर्चा कर रहे हैं और उनके बीच अंतिम सहमति अभी नहीं बनी है। खासकर मुंबई और नागपुर की कुछ सीटों को लेकर महाविकास अघाड़ी में खींचतान जारी है।

कांग्रेस विधायक एनसीपी में शामिल
महाराष्ट्र में जल्द ही विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो सकता है। ऐसे में नेताओं का पार्टी बदलना भी शुरू हो गया है। कांग्रेस के एक विधायक ने सोमवार को अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी का दामन थाम लिया। दरअसल नासिक की इगतपुरी सीट से कांग्रेस विधायक हीरामन भीका खोसकर ने सोमवार को अजित पवार की मौजूदगी में एनसीपी का दामन थाम लिया। एनसीपी ने खोसकर के पार्टी में शामिल होने का स्वागत किया और कहा कि इससे नासिक क्षेत्र में पार्टी को मजूबती मिलेगी। हाल ही में मशहूर फिल्म अभिनेता सयाजी शिंदे ने भी एनसीपी ज्वाइन की थी।

‘गोली चली…गोली चली’, बाबा सिद्दीकी पर हमले के तुरंत बाद का वीडियो आया सामने

मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की पिछले सप्ताह 12 अक्तूबर को मुंबई में उनके बेटे के कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अब बाबा सिद्दीकी पर हमले से तुरंत बाद का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें बाबा सिद्दीकी पर हमले में घायल हुआ व्यक्ति दिखाई दे रहा है। गौरतलब है कि जब बाबा सिद्दीकी पर हमला हुआ तो वहां मौजूद राज कनौजिया नामक व्यक्ति भी पैर में गोली लगने से घायल हो गया था।

क्या है वीडियो में
वीडियो में दिख रहा है कि राज कनौजिया जमीन पर पड़ा हुआ है और उसके बाएं पैर से खून बह रहा है। खून बहने से रोकने के लिए उसके पैर पर कपड़ा बांधा गया था। इस दौरान एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना गया कि गोली चली..गोली चली। वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश कर रही है। पुलिस के अनुसार, शूटर बाबा सिद्दीकी और उनके बेटे जीशान सिद्दीकी दोनों को मारने आए थे। खतरे को देखते हुए बाबा सिद्दीकी को वाई श्रेणी की पुलिस सुरक्षा भी दी गई थी। हमले के समय एक पुलिसकर्मी बाबा सिद्दीकी के साथ मौजूद था।

पुलिस के अनुसार, तीनों शूटर अपने साथ मिर्ची स्प्रे लेकर आए थे। हमलावरों ने बाबा सिद्दीकी की सुरक्षा में मौजूद पुलिसकर्मी पर मिर्च स्प्रे कर दिया और उसके बाद एनसीपी नेता की गोली मारकर हत्या कर दी। हमलावरों ने मौके से भागने की कोशिश की, लेकिन लोगों ने दो आरोपियों को पकड़ लिया और एक आरोपी शिवकुमार भीड़ में छिपकर भागने में सफल रहा। पकड़े गए दोनों आरोपियों के पास से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं।

लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह की संलिप्तता आई सामने
सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने दावा किया है कि वे गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करते हैं। गुजरात की साबरमती जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के मुंबई स्थित आवास के बाहर गोलीबारी कराने का भी आरोपी है। सलमान खान और बाबा सिद्दीकी की गहरी दोस्ती थी। पुलिस के अनुसार, आरोपी बीते कई दिनों से बाबा सिद्दीकी पर नजर रखे हुए थे और उनकी रेकी कर रहे थे। आरोपियों को हत्या के लिए 50-50 हजार रुपए एडवांस मिले थे और हत्या से कुछ दिन पहले ही उन्हें हथियार दिए गए थे।

‘पार्टी का शीर्ष नेतृत्व भ्रष्टाचार में लिप्त’, खरगे परिवार को लेकर आरोपों पर BJP का कांग्रेस पर वार

नई दिल्ली:   भाजपा के राज्यसभा सांसद और प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने सोमवार को कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को निशाने पर लेते हुए गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का पूरा शीर्ष नेतृत्व भूमि लेनदेन से संबंधित भ्रष्टाचार में शामिल है। इसी के साथ उन्होंने सुझाव दिया कि बेनकाब होने के बाद कांग्रेस नेताओं को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। दरअसल, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के परिवार ने हाल ही में कर्नाटक उद्योग क्षेत्र विकास बोर्ड (केआईएडीबी) को चिट्ठी लिखकर अपील की थी कि वह परिवार के ट्रस्ट को आवंटित की गई पांच एकड़ जमीन वापस ले ले। इसी को लेकर भाजपा ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को घेरा।

बता दें कि मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे राहुल खरगे इस ट्रस्ट के मालिक हैं। उन्होंने यह कदम कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की पत्नी पार्वती द्वारा 14 स्थलों को मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (मुदा) को लौटाने के बाद उठाया। मुदा घोटाने मामले में लोकायुक्त पुलिस ने सिद्धारमैया, उनकी पत्नी और भाई के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

भाजपा ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को घेरा
भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि यह निर्णय सीएजी रिपोर्टों और कानूनी कार्यवाही के कारण लिया गया। उन्होंने आगे बताया कि यह इस बात का सबूत है कि इस मामले में लेनदेन गलत तरीके से किया गया था। भाजपा सांसद ने कहा कि अपमान से बचने के लिए ऐसा फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं को बेनकाब करना चाहिए। सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाते हुए कहा, “पार्टी जो कभी महात्मा गांधी और विनोबा भावे के भू-दान से जुड़ी थी, वही अब सोनिया गांधी और राहुल गांधी से प्रेरणा लेते हुए भू-हड़प (जमीन हड़पने) में लगी हुई है।”

भाजपा सांसद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दोनों गांधी (सोनिया और राहुल गांधी) नेशनल हेराल्ड केस के आरोपी हैं। उन्होंने आगे कहा, “जमीन से जुड़े ऐसे आरोप अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, और कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार समेत अन्य लोगों के खिलाफ लगाए गए हैं। इससे स्पष्ट होता है कि कांग्रेस का पूरा शीर्ष नेतृत्व जमीन घोटाला समेत भ्रष्टाचार में शामिल है।” सुधांशु त्रिवेदी ने सवाल करते हुए कहा, “क्या ऐसे नेताओं को इस्तीफा नहीं देना चाहिए?” उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की तथाकथित ‘मोहब्बत की दुकान किसी भू-माफिया की दुकान से कम नहीं लगती।

श्यामपुर में दुर्गा पूजा समारोह में बवाल; विसर्जन घाट पर पथराव, सुवेंदु अधिकारी ने सरकार को घेरा

पश्चिम बंगाल में बीते रविवार को दुर्गा पूजा समारोह के दौरान हावड़ा जिले के श्यामपुर इलाके में हिंसा भड़क उठी, जिसकी वजह से काफी अशांति फैल गई। जानकारी के मुताबिक कुछ अज्ञात लोगों ने दुर्गा पूजा पंडाल में आग लगा दी, जिसके बाज स्थानीय राजनीतिक नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।

आज से प्रभावित इलाक में धारा-144 लागू
वहीं इस मामले में हावड़ा ग्रामीण पुलिस ने कहा कि दुर्गा पूजा समारोह के दौरान अशांति भड़की, जिसके कारण एक समुदाय ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि इस मामले में शिकायत दर्ज कर ली गई है और स्थिति अब नियंत्रण में है, सोमवार से इलाके में धारा 144 लागू कर दी जाएगी।

पुलिस पर भी किया गया हमला
हावड़ा (ग्रामीण) की पुलिस अधीक्षक स्वाति भंगालिया ने बताया कि, हावड़ा जिले में, एक मूर्ति को लेकर एक मुद्दे के कारण दुर्गा पूजा समारोह के दौरान अशांति फैल गई, जिसके कारण एक समुदाय के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। कुछ लोग मामले को सुलझाने के लिए पुलिस स्टेशन आए। हमने उनसे चर्चा की, उनकी शिकायतें सुनीं और मामला दर्ज कर गिरफ्तारियां कीं। कुछ लोगों ने पुलिस पर हमला भी किया, जिसके कारण पुलिस ने कार्रवाई की और आगे और गिरफ्तारियां कीं। हमें कुछ पूजा पंडालों में तोड़फोड़ की भी खबरें मिलीं, और हमने तुरंत स्थिति की जांच के लिए पुलिस को भेजा। स्थिति अब नियंत्रण में है।

सुवेंदु अधिकारी ने सरकार को घेरा
इधर विपक्ष के नेता और भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने हिंसा की निंदा की और राज्य और जिला पुलिस से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया जिसमें प्रदर्शनकारियों को टायर जलाते और जलंता पूजा मंडल में तोड़फोड़ करते हुए दिखाया गया।

हैदराबाद में मुथ्यालम्मा मंदिर की मूर्ति से अभद्रता के बाद बवाल; लोगों ने बीच सड़क किया प्रदर्शन

हैदराबाद में पासपोर्ट ऑफिस के पास कुर्मागुडा में मुथ्यालम्मा मंदिर की मूर्ति को कथित तौर पर खंडित किया गया है। मामले में महाकाली डिवीजन के सहायक पुलिस आयुक्त ने बताया कि स्थानीय लोगों ने मार्केट पुलिस स्टेशन के इलाके में एक व्यक्ति को पकड़कर पुलिस के हवाले किया है। वहीं इस घटना की सूचना पर फिलहाल मौके पर पुलिस टीम पहुंची हुई है।

स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग की
वहीं मुथ्यालम्मा मंदिर में कथित तोड़फोड़ के विरोध में, स्थानीय निवासियों ने सोमवार को मंदिर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल पुलिस की टीम मामले की जांच में जुटी हुई हैं।

मौके पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी
इधर केंद्रीय मंत्री और तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी ने सिकंदराबाद के मॉडल डिवीजन में कथित तौर पर मुथ्यालम्मा मंदिर में मूर्ति खंडित करने की घटना के बाद घटनास्थल का दौरा किया।

केंद्रीय मंत्री ने की मामले में कार्रवाई की मांग
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री और तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी ने कहा, आज सुबह करीब 4 बजे मुस्लिम समुदाय के एक व्यक्ति ने मंदिर में प्रवेश किया और माता की मूर्ति को तोड़ने की कोशिश की। यह शर्मनाक है, कुछ लोगों ने उसे देखा, उसे पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया। वह चोरी करने नहीं आया था बल्कि हिंदू समाज का अपमान करने आया था। हैदराबाद में अलग-अलग जगहों पर ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं, कुछ लोग जानबूझकर हैदराबाद में तनाव पैदा करने और हैदराबाद में सांप्रदायिक दंगे बढ़ाने के लिए ऐसा कर रहे हैं। मैं इस मुद्दे को देखने के लिए सीएम से भी बात करूंगा।

अब पुलिस कमिश्नर को मौके पर बुलाया गया है। इस पर विस्तृत जांच होनी चाहिए, आने वाले दिनों में हैदराबाद के सभी मंदिरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए। जरूरत पड़ने पर पिकेट लगाए जाने चाहिए और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा मुहैया कराई जानी चाहिए।

‘सिंघमगिरी’ दिखाइए, दम है तो हत्याकांड के साजिशकर्ताओं का एनकाउंटर करिए

मुंबई:  महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और अजित पवार वाली एनसीपी के दिग्गज नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। अब इस मामले में जहां विपक्ष कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है। वहीं राज्य सरकार आरोपियों को कड़ी सजा देने की बात कर रही है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता संजय राउत ने केंद्र सरकार पर हमला बोला। वहीं, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि सरकार सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

सरकार को अंडरवर्ल्ड का समर्थन मिल रहा: राउत
संजय राउत ने कहा, ‘मैंने पहले भी कहा था कि इस सरकार के बाद मुंबई में गैंगवार और अंडरवर्ल्ड की ताकत बढ़ सकती है। इस सरकार को अंडरवर्ल्ड का भी समर्थन हासिल है। अंडरवर्ल्ड गुजरात से चलाया जा रहा है। आज गुजरात में 5,000 करोड़ रुपये का ड्रग्स जब्त किया गया है। इसका मतलब है कि देश में 50,000 करोड़ रुपये का ड्रग्स पहले ही बांटा जा चुका है। अब इसका पैसा कहां किस पार्टी को जा रहा है इसे जनता को बताने की जरूरत नहीं है।’

उन्होंने आगे बोला, ‘गुजरात की साबरमती जेल में बंद एक गैंगस्टर बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेता है। सिद्दीकी कोई आम नेता नहीं हैं। ऐसे शख्स की पुलिस सुरक्षा में हत्या हो गई। इसकी जिम्मेदारी कौन ले रहा है, जो एटीएस गुजरात की हिरासत में गैंगस्टर है वो। यह कितनी गंभीर बात है। केंद्रीय गृह मंत्री के लिए एक चुनौती है जो गुजरात से हैं। अजित पवार को अमित शाह के इस्तीफे की मांग करनी चाहिए।’

राउत ने कहा कि उन्होंने (सीएम शिंदे) अक्षय शिंदे (बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी) को गोली मारने के बाद खुद को सिंघम घोषित कर दिया। अब इस ‘सिंघमगिरी’ को यहां दिखाएं। हिम्मत है तो बाबा सिद्दीकी मर्डर केस के साजिशकर्ताओं का एनकाउंटर करिए।