Saturday , November 23 2024

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सीएम योगी बोले- एक मंडल-एक विश्वविद्यालय की परिकल्पना साकार, अब एक जिला-एक विश्वविद्यालय का लक्ष्य

लखनऊ:  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के उच्च शिक्षा क्षेत्र में निजी निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए नई नीति तैयार करने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को इस संबंध में हुई महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री ने दिए गए दिशा-निर्देश में कहा कि विगत सात वर्षों में सतत प्रयासों से प्रदेश में एक मंडल-एक विश्वविद्यालय की परिकल्पना पूरी हो चुकी है। सभी 18 मंडलों में विश्वविद्यालयों की स्थापना हो चुकी है। कई मंडलों में निर्माण कार्य जारी है। मंडलों के बाद अब हमारा लक्ष्य एक जिला-एक विश्वविद्यालय का होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में 35 जनपदों में विश्वविद्यालय की उपलब्धता है शेष असेवित जिलों में विश्वविद्यालयों के लिए निजी क्षेत्र बड़ा सहयोगी बन सकता है। उच्च शिक्षा में निजी क्षेत्र के वित्तपोषण को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। यह हमारे उद्देश्यों की पूर्ति में पूरक भूमिका निभा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में उच्च शिक्षा की बढ़ती मांग को देखते हुए, निजी निवेश उच्च शिक्षा तक पहुंच बढ़ाने के सरकारी प्रयासों में सहायक हो सकता है। इससे छात्रों के लिए उपलब्ध संस्थानों, पाठ्यक्रमों और सीटों की संख्या में वृद्धि होगी, साथ ही यह शिक्षा और अनुसंधान की गुणवत्ता को बढ़ाने के प्रयासों में भी सहायता मिलेगी।

भारत के सबसे युवा राज्य के रूप में उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा में एक विशेष स्थान रखता है। उत्तर प्रदेश, जिसकी औसत आयु 21 वर्ष है, जो 2030 तक बढ़कर 26 वर्ष हो जाएगी और भारत की युवा आबादी में इसका योगदान 16.5 प्रतिशत होगा। वर्तमान में उत्तर प्रदेश की ग्रास एनरोलमेंट रेट (जीईआर) 25.6 प्रतिशत है, जिसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुसार 2035 तक 50 प्रतिशत तक बढ़ाना आवशयक है। निजी निवेश प्रोत्साहन नीति इस अंतर की पूरा सकती है।

अखिलेश ने यूपी सरकार पर निशाना साधा, बोले- भाजपा के लिए जनता सिर्फ एक मतदाता है

लखनऊ:  राजधानी लखनऊ में एक महिला ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ उड़ेलकर खुद को आग लगा ली। इससे हड़कंप मच गया। हालांकि, महिला को बचा लिया गया और उसे सिविल अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया। जहां से हालत नाजुक होने पर महिला को ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया।

इस घटना को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सोशल साइट एक्स पर कहा कि भाजपा सरकार से जनता की नाउम्मीदगी का एक और दिल दहला देनेवाला हादसा तब हुआ, जब लखनऊ में मुख्यमंत्री जी के ‘जनता दरबार’ में पहुंची पीड़ित महिला ने नासुनवाई से हताश होकर अपने दुधमुंहे बच्चे को किनारे बैठाकर आत्मदाह कर लिया।

भाजपा के लिए जनता सिर्फ मतदाता है। भाजपा के लिए चुनाव खत्म मतलब जनता से सरोकार खत्म।महिला के प्रति सहानुभूति का भाव रखा जाए व उसके जीवन को बचाने के लिए सर्वश्रेष्ठ इलाज कराया जाए। महिला के परिजन व जनता निगाह रखे, कहीं ऐसा न हो कि भाजपा सरकार की नाकामी के खिलाफ प्रदर्शन के रूप में आत्मदाह करने पर उस महिला के खिलाफ, भाजपा सरकार कोई गुपचुप कार्रवाई कर दे।

बैंक धोखाधड़ी के आरोपी को अदालत ने मान लिया था मृत, अब 20 साल बाद हुआ गिरफ्तार, फरारी में भी किया घोटाला

हैदराबाद:  सीबीआई ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जो बीते 20 वर्षों से फरार था और यहां तक कि उसे अदालत ने मृत भी घोषित कर दिया था, लेकिन आखिरकार वह सीबीआई के हत्थे चढ़ ही गया। आरोपी की पहचान वी चालापति राव के रूप में हुई है, जो 20 साल पहले एसबीआई बैंक में धोखाधड़ी का आरोपी है। गिरफ्तारी से बचने के लिए ही उसने अपनी मौत का झूठा नाटक रचा और साथ ही अपनी पहचान बदल-बदलकर अलग-अलग जगहों पर रहा। हालांकि वह सीबीआई से नहीं बच सका।

अदालत ने मान लिया था मृत
सीबीआई ने मई 2002 को चालापति राव के खिलाफ मामला दर्ज किया था। चालापति राव हैदराबाद स्थित एसबीआई शाखा में काम करता था। चालापति पर आरोप था कि उसने अपने परिवार के सदस्यों और करीबी सहयोगियों के नाम पर बनाए गए इलेक्ट्रॉनिक दुकान के फर्जी कोटेशन और फर्जी वेतन प्रमाण पत्र के आधार पर बैंक से 50 लाख रुपये की ठगी की। सीबीआई ने 31 दिसंबर 2004 को चालापति के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया। इसी दौरान चालापति फरार हो गया। चालापति की पत्नी ने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराई और फिर फरार आरोपी को मृत घोषित कर सिविल कोर्ट में अपील की। सिविल कोर्ट ने भी आरोपी को मृत मान लिया और आदेश पारित कर दिया। हालांकि आरोपी जिंदा था और सीबीआई से बचने के लिए वह लगातार अपनी पहचान और ठिकानों को बदलता रहा।

दूसरी शादी कर पहचान भी बदली
आरोपी ने फरारी के दौरान न सिर्फ अपनी पहचान बदली बल्कि दूसरी शादी भी कर ली। आरोपी ने अपने आधार कार्ड समेत सभी पहचान पत्र फर्जी बनवा लिए। फरारी के दौरान आरोपी तमिलनाडु के सलेम भाग गया था और वहीं पर उसने दूसरी शादी की। हालांकि साल 2014 में वह सलेम छोड़कर भोपाल पहुंच गया। भोपाल में कुछ समय बिताने के बाद वह उत्तराखंड के रुद्रपुर शिफ्ट हो गया था। सीबीआई को आरोपी के रुद्रपुर में होने का पता चला, लेकिन जब तक सीबीआई उस तक पहुंचती, वह रुद्रपुर छोड़कर भाग गया। बाद में सीबीआई को पता चला कि वह औरंगाबाद के वेरुल गांव में एक आश्रम में रहा। दिसंबर 2021 में उसने आश्रम भी छोड़ दिया और कथित तौर पर आश्रम में भी 70 लाख रुपये की ठगी को अंजाम दिया।

लोकसभा चुनाव के बाद आज पहली बार अयोध्या आएंगे CM, दर्शन-पूजन और करेंगे समीक्षा बैठक; जानें पूरा कार्यक्रम

अयोध्या:  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर मंगलवार को अयोध्या आएंगे। सीएम योगी लोकसभा चुनाव का नतीजा आने के बाद पहली बार आ रहे हैं। चुनाव के नतीजे चार जून को आए थे। इस तरह दो महीने बाद उनका यहां पर आगमन हो रहा है। जिला प्रशासन ने दौरे को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं।

सीएम योगी राजकीय हेलीकॉप्टर से मंगलवार को दोपहर चार बजे रामकथा पार्क हेलीपैड पर उतरेंगे। यहां से सड़क मार्ग से हनुमानगढ़ी के लिए रवाना होंगे। 4.10 बजे हनुमंत लला के दर्शन करेंगे। यहां से निकलकर 4.30 बजे श्रीराम जन्मभूमि पहुंचेंगे। रामलला के दरबार में माथा टेकने के बाद शाम 5.15 बजे आयुक्त सभागार पहुंचेंगे। यहां पर शाम 6.45 बजे तक जिले के विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक करेंगे। बैठक में मंडल और जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधि भी भाग लेंगे।

सीएम योगी शाम 6.50 बजे सर्किट हाउस आएंगे। यहां पर भाजपा पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। शाम 7.30 से आठ बजे तक विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। रात 8.30 से नौ बजे तक सरयू अतिथि गृह में संतों के साथ बैठक करने के बाद यहीं पर रात्रि विश्राम करेंगे।

सात अगस्त को सुबह 10 बजे सरयू अतिथि गृह से रवाना होकर रामकथा पार्क के पास राम मंदिर आंदोलन के महानायक परमहंस रामचंद्र दास के समाधि स्थल पर पहुंचेंगे। यहां पर पुष्पांजलि अर्पित कर सुबह 10.30 बजे दिगंबर अखाड़े में परमहंस की मूर्ति का अनावरण कर भंडारे में शामिल होंगे। सुबह 11.15 बजे दिगंबर अखाड़ा से रवाना होकर रामकथा पार्क आएंगे। यहां से 11.30 बजे हेलीकाॅप्टर से अंबेडकर नगर के लिए रवाना हो जाएंगे।

बैग लेकर घूम रहे थे मूक बधिर, पुलिस ने शक होने पर की जांच तो निकला प्लास्टिक में लिपटा शव

मुंबई:  महाराष्ट्र के दादर रेलवे स्टेशन पर उस समय हंगामा मच गया, जब बैग के अंदर से एक शव मिला। मुंबई पुलिस ने हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद ट्रेन में सूटकेस में शव ले जा रहे दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।

बैग के अंदर निकला शख्स का शव
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) सोमवार सुबह सामान की जांच कर रहे थे। तभी उन्हें एक बैग पर शक हुआ और उसे खोला तो उसके अंदर से शव मिला। पूछताछ करने पर पता चला कि हत्या पायधुनी पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में हुई थी।

आरोपियों की पहचान हुई
पुलिस के मुताबिक, पीड़िता और आरोपी के बीच महिला मित्र को लेकर विवाद हो गया था। संदिग्धों की पहचान जय प्रवीण चावड़ा और उसके साथी शिवजीत सुरेंद्र सिंह के रूप में हुई है। दोनों सांताक्रूज की रहने वाले अरशद अली शेख की हत्या में शामिल थे।

अधिकारी ने बताया कि हत्या के बाद रविवार रात संदिग्धों ने शव को ठिकाने लगाने के लिए तुतारी एक्सप्रेस ट्रेन से यात्रा करने की योजना बनाई। दादर रेलवे पुलिस ने मामला दर्ज कर रेलवे स्टेशन पर एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया। दूसरा भाग गया, लेकिन बाद में उसे उल्हासनगर में गिरफ्तार कर लिया गया।

मूक-बधिर हैं सभी आरोपी
पीड़ित और दोनों संदिग्ध मूक-बधिर हैं और सांकेतिक भाषा का उपयोग करके बातचीत करते हैं। पुलिस ने पूछताछ में सहायता के लिए सांकेतिक भाषा विशेषज्ञ की मदद ली, जिससे हत्या का मकसद स्पष्ट हो गया।

मुख्य संदिग्ध चावड़ा का पीड़ित शेख के साथ एक महिला मित्र को लेकर झगड़ा हुआ था। पीड़ित को संदिग्ध के घर एक पार्टी के लिए आमंत्रित किया गया था, जिसके दौरान फिर से विवाद शुरू हो गया और मामला इतना बढ़ गया कि हत्या तक पहुंच गया। पुलिस ने कहा कि शव को पूरी तरह से प्लास्टिक में लपेटा गया था और बैग में रखा गया था। मामले की जांच चल रही है।

‘वायनाड में आपदा अवैध मानव बस्तियों का परिणाम’, भूपेंद्र यादव ने केरल सरकार पर साधा निशाना

केरल :  केरल सरकार ने राज्य के पर्यावरण के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र में अवैध मानव बस्तियों के विस्तार और खनन की अनुमति दी, जिससे वायनाड जिले में विनाशकारी भूस्खलन की घटना हुई। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोमवार को यह बात कही।

यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने मानव बस्तियों की अनुमति देते समय मिट्टी की स्थलाकृति, चट्टान की स्थिति, भू-आकृति विज्ञान और पहाड़ी ढलानों व वनस्पति संरचना जैसे महत्वपूर्ण पर्यावरणीय कारकों की उपेक्षा की। उन्होंने कहा कि अत्यधिक बारिश के कारण यह घटना हुई। मंत्री ने कहा कि हिमालय की तरह पश्चिमी घाट भी देश के सबसे नाजुक क्षेत्रों में से एक हैं। उन्होंने ऐसी आपदाओं को रोकने के लिए ठोस प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, केरल सरकार भी इसे सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार है।

‘कांग्रेस से हाथ मिलाने का सवाल नहीं’, पूर्व सीएम कुमार स्वामी बोले- कर्नाटक में बनेगी NDA सरकार

रामनगर: कर्नाटक के पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री एचडी कुमार स्वामी ने कहा कि कर्नाटक में भाजपा और जद एस मिलकर NDA सरकार बनाएगी। इसके लिए वह दोनों दलों के नेताओं और कार्यकर्ता मिलकर काम करेंगे। उनकी पार्टी का एक बार फिर से कांग्रेस से हाथ मिलाने का कोई सवाल ही नहीं है।

मुदा घोटाले के खिलाफ निकाली जा रही मैसूर पदयात्रा के दौरान एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि भाजपा और जदएस के कार्यकर्ता मिलकर काम करें। मेरे लिए मुख्यमंत्री कौन बनेगा यह महत्वपूर्ण नहीं है। आप सबके आशीर्वाद से मैं दो बार कर्नाटक का सीएम रहा। कर्नाटक और यहां के लोगों का विकास मेरे लिए जरूरी है। मैं आने वाले दिनों में आपके लिए काम करूंगा। मेरा लक्ष्य भाजपा-जद(एस) गठबंधन सरकार को वापस लाना है। जो हर परिवार के कल्याण की देखभाल करेगी।

कांग्रेस के साथ 14 महीने तक सरकार चलाने के अनुभव को लेकर कुमार स्वामी ने कहा कि अब मेरा कांग्रेस में जाने का कोई सवाल ही नहीं है। मैं मुख्यमंत्री बनने नहीं आया था। वो तो आप लोगों ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया। लेकिन मैनें पैसा लूटने की कोशिश नहीं की। बल्कि किसानों का 25 हजार करोड़ का कर्ज माफ किया।

कुमार स्वामी बोले कि मैनें येदयुरप्पा के साथ विश्वासघात नहीं किसा। कुछ लोगों के कारण यह स्थिति पैदा हुई। मैं नहीं भूल सकता कि भाजपा के कार्यकर्ता और जद (एस) ने मुझे पाला-पोसा है। भाजपा और जद (एस) के बीच गठबंधन ने कांग्रेस नेताओं की नींद उड़ा दी है।

सीएम सिद्धारमैया पर विपक्ष ने साधा निशाना, मुदा घोटाले के खिलाफ पदयात्रा के बीच भाजपा ने बोला हमला

कर्नाटक में हुए कथित मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण साइट आवंटन (मुदा) घोटाले के खिलाफ भाजपा और जद एस की पदयात्रा रविवार को दूसरे दिन भी जारी रही। इस दौरान यात्रा में शामिल भाजपा नेताओं ने कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर हमला बोला।

अरुणाचल के दो युवक दो साल से लापता, आखिरी बार चीन सीमा पर देखा गया था; परिजनों का बुरा हाल

इटानगर: चीन सीमा के नजदीक से अरुणाचल प्रदेश के लापता हुए दो युवकों का अब तक पता नहीं चल पाया है। युवकों का पता लगाने के लिए दो साल से तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, मगर फिर भी निराशा ही हाथ लगी है। हालांकि, माना जाता है कि दोनों युवक पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की हिरासत में हैं, लेकिन चीन ने अबतक दोनों की अपने क्षेत्र में होने की बात को स्वीकार नहीं की है।

जड़ी- बूटी की तलाश में गए थे युवक
अरुणाचल प्रदेश के दो युवक 33 साल के बेटिलम टिकरो और 35 वर्षिय बेइंग्सो मन्यु 19 अगस्त 2022 को औषधीय पौधों ( जड़ी- बूटी) की तलाश में अंजॉ के चगलगाम के लिए रवाना हुए थे। मगर वह वहां पहुंचे ही नहीं और न अपने घर वापस आए। उन्हें आखिरी बार 24 अगस्त को देखा गया था, उसके बाद से उनके बारे में कोई खबर नहीं मिली। परिजनों ने काफी तलाश करने के बाद नौ अक्तूबर को शिकायत दी थी।

चीनी हिरासत में हैं…
टिकरो के भाई दिशांसो चिकरो ने फोन पर पीटीआई को बताया कि उन्हें पता चला है कि उनके भाइयों को चीनी सेना ने हिरासत में ले लिया है। उन्होंने अपने भाइयों के बारे में जानकारी मांगने के लिए कई बार स्थानीय सेना के अधिकारियों से संपर्क किया। इस पर उनसे कहा गया कि भारतीय सेना ने अपने चीनी समकक्षों के साथ इस मुद्दे को उठाया है। मगर अभी तक कोई जवाब नहीं आया है।

अंजॉ विधायक और राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री दसांगलू पुल ने इस बात की पुष्टि की है कि दोनों चीन से सटी सीमा पर जड़ी बूटियों की तलाश में गए थे, तभी से लापता हैं। उन्होंने फोन पर बताया कि चीन ने अभी तक यह स्वीकार नहीं किया है कि दोनों युवक उनकी हिरासत में हैं। मगर मुझे जानकारी मिली है कि वे अब भी जिंदा हैं।

दो साल पहले दी थी शिकायत
टिकरो के भाई चिकरो ने दो साल पहले नौ अक्तूबर को हायुलियांग पुलिस स्टेशन में लापता व्यक्तियों की दो शिकायतें दी थीं। शिकायत में कहा गया है कि कुछ गांव के लोगों ने उन दोनों को आखिरी बार 24 अगस्त 2022 में चीन की सीमा के पास देखा, लेकिन तब से उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है।

वायनाड भूस्खलन को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग, केंद्रीय मंत्री बोले- वैधानिकता पर विचार करेंगे

तिरुवनंतपुरम:केरल के वायनाड में भूस्खलन से हुई भारी तबाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग उठ रही है। जब इसे लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री सुरेश गोपी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार वायनाड भूस्खलन को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिए इसकी वैधानिकता की जांच करेगी। वायनाड के भूस्खलन में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। केंद्रीय राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने रविवार को भूस्खलन प्रभावित वायनाड का दौरा किया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने ये बात कही।

‘राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिए कानूनी पहलू पर विचार करेगी सरकार’
केंद्रीय पर्यटन, पेट्रोलियम और नैचुरल गैस राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने कहा कि ‘वायनाड भूस्खलन को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिए केंद्र सरकार इसके कानूनी पहलू पर विचार करेगी और इसके लिए भूस्खलन प्रभावित इलाकों मुनदक्कई और चूरालमाला की समीक्षा के साथ ही भूस्खलन के प्रभाव का अध्ययन किया जाएगा।’ केंद्रीय मंत्री ने वायनाड दौरे पर बचाव कार्यों में लगे अधिकारियों से तलाशी अभियान की जानकारी ली। केरल राज्य को केंद्र से मदद मिलने के सवाल पर केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि ‘राज्य को भूस्खलन से हुए नुकसान की समीक्षा करके केंद्र सरकार को इसकी सूचना देनी होगी और सहायता की मांग करनी होगी। उसके बाद ही केंद्र सरकार मदद कर सकती है।’ केंद्रीय मंत्री ने पीड़ितों की काउंसिलिंग कराने की मांग राज्य सरकार से की।

पूर्व केंद्रीय मंत्री बोले- राष्ट्रीय आपदा का कॉन्सेप्ट ही नहीं
वायनाड में भूस्खलन प्रभावित इलाकों में तलाशी अभियान में विभिन्न बलों के सैंकड़ों जवान लगे हुए हैं। इनमें एनडीआरएफ, के-9 डॉग स्कवॉड, सेना, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप, मद्रास इंजीनियरिंग ग्रुप, पुलिस, अग्निशमन बल, वन विभाग, नौसेना के साथ ही तटरक्षक बल के जवान भी अभियान में जुटे हैं। वायनाड भूस्खलन को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग पर भाजपा ने रविवार को प्रतिक्रिया दी। भाजपा ने कहा कि यूपीए की सरकार में तय किए गए प्रावधानों के तहत केरल के भूस्खलन को राष्ट्रीय आपदा घोषित नहीं किया जा सकता।

धारावी पुनर्विकास परियोजना में आएगी तेजी, निवासी निकाय ने सरकारी सर्वेक्षण को दिया समर्थन

मुंबई:एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी-बस्ती धारावी के पुनर्विकास में अब तेजी आने की उम्मीद है। दरअसल धारावी और उसके आसपास के निवासियों के एक नवगठित संघ ने राज्य सरकार के नेतृत्व में चल रहे सर्वेक्षण को अपना समर्थन दे दिया है। तीन अरब डॉलर की धारावी पुनर्विकास परियोजना को अदाणी समूह द्वारा विकसित किया जाएगा। इस परियोजना से धारावी के करीब 10 लाख निवासियों का जीवन बदलने का वादा किया गया है।

धारावी के निवासी निकाय ने कहा- बिना किसी देरी के आगे बढ़े काम
धारावी निवासियों के ‘नागरिक और समाज विकास कल्याण निकाय’ ने 30 जुलाई को महाराष्ट्र सरकार के ‘धारावी पुनर्विकास परियोजना/झुग्गी पुनर्वास प्राधिकरण’ (डीआरपी/एसआरए) के सीईओ एसवीआर श्रीनिवास को लिखा, ‘हम विनती करते हैं कि पुनर्विकास का काम बिना किसी और देरी के आगे बढ़ाया जाए,

ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सर्वेक्षण जल्द से जल्द किया जाए।’ ‘धारावी बनाओ’ आंदोलन का नारा देने वाले नागरिक और समाज विकास कल्याण के प्रतिनिधियों ने श्रीनिवास से मुलाकात की और धारावी में किए जा रहे सर्वेक्षण को शीघ्र शुरू करने की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा।

परियोजना पूरी होने में लग सकता है सात वर्ष का समय
18 मार्च, 2024 को शुरू हुए राज्य सरकार के सर्वेक्षण में अब तक घर-घर जाकर 10,000 मकानों की जांच पूरी हो चुकी है, जबकि 21,000 से ज़्यादा मकानों की गिनती की जा चुकी है। इसमें धारावी के रिहायशी, व्यावसायिक मकान और धार्मिक संरचनाएं भी शामिल हैं। घनी आबादी वाले धारावी का लगभग 600 एकड़ क्षेत्र का मानचित्रण पुनर्विकास के लिए महत्वपूर्ण है, जिसे पूरा होने में सात साल का समय लगने की संभावना है।

परियोजना पूरी होने के बाद पात्र निवासियों को इस क्षेत्र में 350 वर्ग फुट का फ्लैट मिलेगा, जबकि अपात्र निवासियों को मुंबई में कहीं और फिर से बसाया जाएगा। 3-डी मैपिंग विशेषज्ञ जेनेसिस इंटरनेशनल लिमिटेड इस क्षेत्र का मानचित्रण करेगा, जबकि यूके कंसल्टेंसी ब्यूरो हैपोल्ड लिमिटेड भौतिक बुनियादी ढांचे की ज़रूरतों को रेखांकित करेगा और बोस्टन स्थित सासाकी एसोसिएट्स इंक समग्र पुनर्डिज़ाइन का काम करेगी।