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विदेश

अंतरिक्ष के इतिहास में पहली बार किसी चीन की महिला अंतरिक्ष यात्री ने किया ये कमाल, जरुर देखें

चीन ने अंतिरक्ष में एक और नया रिकॉर्ड कायम किया है। चीन की अंतरिक्ष यात्री (Astronaut) वांग यापिंग (Wang Yaping) ने अंतरिक्ष में 8 नवंबर को एक इतिहास रच दिया है।

6 महीने के एक लंबे मिशन पर अंतरिक्ष गईं वांग चीन की ऐसी पहली महिला हैं, जिन्होंने अंतरिक्ष स्टेशन से बाहर निकलकर चहलकदमी की। वांग यापिंग साथी पुरुष Astronaut झाई झिगांग (Zhai Zhigang) के साथ निर्माणाधीन अंतरिक्ष स्टेशन से बाहर निकलीं और 6 घंटे से ज्यादा समय तक अन्य गतिविधियों में हिस्सा लिया।

चीन ने अंतरिक्ष में अपनी सबसे बड़ी छलांग मारी है। चीन का अब तक सबसे लंबा क्रू मिशन सफलतापूर्वक 16 अक्टूबर को लॉन्च हुआ था। उसके तीन एस्ट्रोनॉट (Chinese Astronaut) इस समय चीन के स्पेस सेंटर(Chinese Space Station) पर हैं। वे वहां 6 महीने रहेंगे। इस मिशन की सफलता के बाद चीन निश्चय ही अंतरिक्ष शक्ति बनने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ जाएगा।

अमेरिका के दो सीनेटरों द्वारा प्रस्तुत किया गया ये नया बिल बन सकता है अमेजन और फेसबुक के लिए बड़ी मुसीबत

अमेरिका के दो सीनेटरों ने एक नया बिल प्रस्तुत किया है। इसके पास होने पर अमेजन और फेसबुक की मालिकाना कंपनी मेटा आदि के लिए छोटी कंपनियों का विलय मुश्किल कर देगा। यह बिल दोनों प्रमुख दलों डेमोक्रेट व रिपब्लिकन सांसदों द्वारा लाया गया है।

डेमोक्रेट सीनेटर एमी क्लोबूचर ने बताया कि उन्होंने रिपब्लिकन टॉम कॉटन के साथ यह बिल प्रस्तुत किया है। इसका लक्ष्य गूगल की मालिकाना कंपनी अल्फाबेट, मेटा, अमेजॉन आदि के कारोबारी समझौते हैं।
सीनेट में न्याय समिति के प्रतिस्पर्धा पैनल की भी अध्यक्ष एमी के अनुसार नए बिल के तहत कंपनियों को ही जज के सामने साबित करना होगा कि उनका कारोबारी समझौता बाजार की स्वतंत्र प्रतियोगिता के हित में है। इसलिए इसे कानूनी तौर पर सही माना जा सकता है।

सीनेटर एमी के अनुसार अमेरिका ने हाल में बड़ी संख्या में कंपनियों के ऐसे विलय व अधिग्रहण देखे, जिनमें प्रतिद्वंद्वियों को अपने धनबल के जरिए खत्म किया गया।

Iraq के पीएम मुस्तफा अल कदीमी के आवास पर हुआ विस्फोटक से भरे ड्रोन से हमला

इराक के प्रधामंत्री मुस्तफा अल कदीमी के आवास पर विस्फोटक से भरा ड्रोन हमला हुआ है। यह हमला रविवार सुबह होने की खबर है। हालांकि, इराकी पीएम इस हमले में बाल-बाल बच गए हैं।

इराकी सेना ने इसे पीएम की हत्या की कोशिश बताया है। हालांकि, अल अरबिया की खबर के मुताबिक, इस हमले में कुछ लोग घायल हुए हैं।इराकी सेना की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि यह हमला कदीमी के बगदाद स्थिति आवास के ग्रीन जोन को निशाना बनाकर किया गया।

दो अन्य सरकारी अधिकारियों ने बताया कि कदीमी के आवास पर विस्फोटक से भरे ड्रोन से हमला किया गया। कदीमी ने हमले के बाद ट्वीट किया है कि वह सुरक्षित हैं। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की है।

अभी तक किसी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। प्रधानमंत्री आवास के ग्रीन जोन इलाके में सरकारी इमारतें और विदेशी दूतावास हैं। यहां रहने वाले पश्चिमी देशों के राजदूतों ने बताया कि उन्होंने धमाकों और गोलीबारी की आवाज सुनी।

 

पेंटागन की रिपोर्ट में हुआ चीन की काली करतूत का पर्दा फाश, भारत को सीमा विवाद पर उलझाकर कर रहा था ये…

भारत के खिलाफ चीन साजिश करने का एक भी मौका नहीं छोड़ता। बीते साल सीमा विवाद में उलझाकर चीन एलएसी पर खुद को और मजबूत करने में जुटा था।नई रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।

पेंटागन की रिपोर्ट में दावा किया गया कि कोरोना महामारी, भारत के साथ सीमा संघर्ष और अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं के बावजूद 2020 में चीनी सेना ने अपनी ट्रेनिंग और हथियारों की तैनाती तेज कर दी है।

पेंटागन ने कहा कि सीमा पर तनाव कम करने के लिए चल रहे राजनयिक और सैन्य वार्ता के बावजूद चीन ने एलएसी पर अपने दावों पर जोर देने के लिए सामरिक कार्रवाई करना जारी रखा है। चीन अपने पड़ोसियों विशेष रूप से भारत के साथ आक्रामक और बलपूर्वक व्यवहार कर रहा है।

अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि 2020 में भारत को सीमा विवाद में उलझाकर चीन एलएसी पर अपने बुनियादी ढांचों को मजबूत कर रहा था। रिपोर्ट में बताया गया कि सीमा विवाद के दौरान पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के दूरदराज वाले इलाकों में फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क का जाल बिछाया गया ।

डब्ल्यूएचओ से मंजूरी मिलने के बाद भारतीय कोवाक्सिन से अमेरिका ने हटाया प्रतिबंध

भारत के स्वदेशी कोरोना टीका कोवाक्सिन को विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने मंजूरी मिलने के बाद अमेरिका ने भी अपना प्रतिबंध हटा लिया है। अमेरिका ने टीकों की अपनी सूची को अपडेट करते हुए अब उन लोगों को भी आने की अनुमति दे दी है जिन्होंने कोवाक्सिन का टीका लगवाया है।

अमेरिकी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) के प्रेस अधिकारी स्कॉट पॉली ने  को बताया, “सीडीसी का यात्रा मार्गदर्शन एफडीए द्वारा अनुमोदित या अधिकृत और डब्ल्यूएचओ आपातकालीन उपयोग के लिए जारी टीकों की सूची पर लागू होता है। “

डब्ल्यूएचओ ने बयान जारी कर बताया था कि कोवाक्सिन की कोरोना के खिलाफ 78 प्रतिशत प्रभावकारिता दर है और निम्न और मध्यम आय वाले देशों के लिए “बेहद उपयुक्त” है क्योंकि इसे स्टोर करना आसान है।

उत्तर कोरिया की आर्थिक हालत को देखते हुए चीन और रूस ने संयुक्त राष्ट्र से की ये बड़ी अपील

हथियार बनाने की सनक के चलते सनकी तानाशाह किम जोंग उन ने उत्तर कोरिया की आर्थिक हालत को मिट्टी में मिला दिया है और अब वहां पर भूखमरी की स्थिति आ गई है।

उत्तर कोरिया की मदद करने के लिए चीन और रूस ने संयुक्त राष्ट्र से लगे कड़े प्रतिबंध खत्म करने के लिए कहा है।संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया पर जो प्रतिबंध लगाए हैं उनमें समुद्री भोजन और कपड़ों के निर्यात से लेकर परिष्कृत पेट्रोलियम उत्पादों के आयात पर लगी सीमा और विदेशों में काम करने वाले उसके नागरिकों पर और उनकी कमाई घर भेजने पर रोक शामिल है।

संयुक्त राष्ट्र की पूर्व राजदूत निक्की हेली ने साल 2018 में कहा था कि, इन प्रतिबंधों ने सभी उत्तर कोरियाई निर्यात और उसके 90 प्रतिशत व्यापार को रोक दिया था। यहां तक की उन श्रमिकों के ग्रुप को बैन कर दिया गया था जिन्हें उत्तर कोरिया ने पैसा कमाने के लिए विदेश भेजा था।

चीन और रुस ने एक बार फिर से सनकी तानाशाह के लिए आवाज उठाई है। चीन को पहले से बी उत्तर कोरिया का काफी करीबी माना जाता है। उसके इस देश के साथ काफी पुराने संबंध हैं। दोनों ही देशों के बीच व्यापार भी लंबे वक्त से चल रहा है।

 

टीएलपी के सामने आखिरकार झुक ही गई पाक सरकार, हिंसा रोकने के लिए की ये ‘सीक्रेट डील’

पाकिस्तान में पिछले कई दिनों से जारी हिंसा के बाद इमरान सरकार ने अपने हथियार डाल दिए हैं। जानकारी के मुताबिक इमरान खान की पार्टी वाली सरकार कट्टरपंथी इस्लामिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान(टीएलपी) सामने झुक गई है और दोनों के बीच हिंसा रोकने के लिए एक ‘सीक्रेट डील’ भी हुई है।

पिछले दिनों फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद का कार्टून क्लास में दिखाए जाने को अभिव्यक्ति की आजादी बताया था। यहीं से बवाल शुरू हुआ।
इस मांग के समर्थन में अप्रैल में पाकिस्तान में उग्र प्रदर्शन हुआ और हिंसा भड़क गई। इसके बाद पाकिस्तानी पुलिस ने टीएलपी प्रमुख साद रिजवी के साथ कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया था।

टीएलपी प्रमुख साद रिजवी को हिरासत में लिए जाने के बाद टीएलपी समर्थकों ने पाकिस्तान में प्रदर्शन शुरू कर दिया। बीते दिन दिनों से जारी हिंसक प्रदर्शन में अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है। भले ही इमरान सरकार ने 860 टीएलपी कार्यकर्ताओं को रिहा कर दिया हो, लेकिन पाकिस्तान में फिलहाल प्रदर्शन खत्म होने की संभावना नहीं है।

मिलिट्री अस्पताल पर हुए हमले में तालिबान के टॉप कमांडर मौलवी मुखलिस की हुई मौत

अफगानिस्तान में काबुल के मिलिट्री अस्पताल में हुए हमले में तालिबान का एक अहम सहयोगी मौलवी हमदुल्लाह मुखलिस भी मारा गया. एजेंसी रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है.

मुखलिस काबुल मिलिट्री कॉर्प्स का सरगना था. वह उन बड़े तालिबानी कमांडरों में शुमार था, जो अगस्त में अशरफ गनी के भाग जाने के बाद अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन में घुसे थे.

तालिबान द्वारा सत्ता हथियाने के बाद से लगातार हो रहे हमलों के बीच मंगलवार का हमला सबसे ताजा था. यह हमला एक आत्मघाती हमलावर ने अंजाम दिया, जिसने खुद को अस्पताल के गेट के बाहर उड़ा लिया. इसके बाद बंदूकधारी अस्पताल परिसर में घुस आए और गोलीबारी करने लगे.

देश में सत्ता पर काबिज तालिबान के उप प्रवक्ता बिलाल करीमी ने एसोसिएटेड प्रेस (एपी) को बताया कि काबुल में सरदार मोहम्मद दाऊद खान सैन्य अस्पताल के बाहर नागरिकों को निशाना बनाकर विस्फोट किया गया.

दुनिया का सबसे शक्तिशाली हथियार बनाने जा रहा हैं अमेरिका, मात्र एक सेकंड में राख हो जाएंगी चीनी मिसाइलें

अमेरिकी सेना दुनिया का सबसे शक्तिशाली लेजर हथियार बना रही है। यह लेजर हथियार करीब 300 किलोवाट का होगा और इसका अगले साल परीक्षण किया जाएगा। इस हथियार को जनरल अटामिक्स इलेक्ट्रोमैग्नेटिक सिस्टम और बोइंग कंपनी मिलकर बना रही हैं।

जनरल अटामिक्स के अध्यक्ष स्कॉट फोर्ने ने कहा, ‘बेहद ताकतवर, छोटा सा लेजर हथियार अब तक बनाए गए हथियारों में सबसे घातक है।’ अमेरिकी नौसेना ने सबसे पहली बार ‘लॉज’ नामक लेजर वेपन को वर्ष 2014 में बनाया था। इसे यूएसएस पेंस पर तैनात किया गया था। उस समय इस हथियार की क्षमता 30 किलोवाट थी। ज्यादातर सेनाओं के लेजर हथियार 30 से लेकर 100 किलोवाट तक के होते हैं।

अमेरिका के इस नए हथियार से उसकी मारक क्षमता कई गुना बढ़ गई है।  पिछले साल अमेरिकी सेना ने एक 10 किलोवाट के लेजर को मात देने वाले मोर्टार गोले का प्रदर्शन किया था। विशेषज्ञों का कहना है कि इतने शक्तिशाली लेजर हथियार की मदद से बड़े लक्ष्यों और तेजी से कई लक्ष्यों को तबाह किया जा सकता है।

जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को देखते हुए सीएमसीसी ने दी दुनिया को चेतावनी, 2050 तक पूरी तरह…

दुनिया को जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों से बचाने के लिए जल्द कड़े फैसले नहीं हुए तो विश्व की शक्तिशाली आर्थिक शक्तियां वर्ष 2050 तक पूरी तरह तबाह हो सकती हैं। ग्लासगो में कॉप26 बैठक से ऐन पहले यूरो मेडिटेरियन सेंटर ऑन क्लाइमेंट चेंज (सीएमसीसी) ने अपनी रिपोर्ट जारी करते हुए ये चेतावनी दी है।

इटली के रिसर्च सेंटर सीएमसीसी की रिपोर्ट के अनुसार ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने के लिए कोई फैसला नहीं लिया गया तो अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, कनाडा, फ्रांस, ब्राजील, मेक्सिको, जापान, चीन और रूस जैसी शक्तिशाली आर्थिक शक्तियां पूरी तरह तबाह हो सकती हैं।

रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि जलवायु परिवर्तन के कारण जी20 देश 2050 तक अपनी अर्थव्यवस्था के कुल उत्पादन में चार फीसदी का नुकसान उठाएंगे। यही नहीं वर्ष 2100 तक ये नुकसान बढ़कर आठ फीसदी तक हो जाएगा। मालूम हो कि जी20 देश वैश्विक स्तर पर 80 फीसदी ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन के जिम्मेदार हैं।