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पश्चिम बंगाल: CM ममता बनर्जी की सुरक्षा में हुई बड़ी चूक, CM आवास में दीवार फांदकर घुसा अनजान शख्स

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास पर सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आयी है. सुबह के समय जब पुलिसवालों की निगाह उस पर पड़ी तो उसे गिरफ्तार किया गया। अफसरों के मुताबिक इस व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

सीएम की सुरक्षा में सेंध का मामला सामने आने के बाद कमिश्नर विनीत गोयल समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए।सूत्रों ने यह भी बताया कि पुलिस अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि वह व्यक्ति जेड-श्रेणी के सुरक्षा क्षेत्र में कैसे घुस गया। जांचकर्ता उल्लंघन के पीछे संभावित कारणों का पता लगाने की भी कोशिश कर रहे हैं।

प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि अपराधी या तो चोर है या विकृत मानसिक स्थिति का व्यक्ति है। हालांकि पुलिस ने अन्य एंगल से भी इंकार नहीं किया है।आखिर इस शख्स ने जेड श्रेणी की सुरक्षा में सेंध कैसे लगाई।

इसके साथ ही सुरक्षा में सेंध लगाने के पीछे इरादे के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि घर के अंदर घुसने वाला शख्स या तो चोर है, या फिर दिमागी रूप से ठीक नहीं है।  मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है. ममता की सुरक्षा में 18 गाड़ियां होती हैं. इनमें चार पायलट कार होती है. एडवांस सिक्यूरिटी कार में डीएसपी रैंक के अधिकारी होते हैं.पुलिस अभी विभिन्न कोणों से जांच में जुटी है।

महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर के चुनाव में भाजपा नेता राहुल नार्वेकर को मिली जीत, सदन में गूंजा ‘जय श्री राम’ का नारा

महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच शिंदे गुट को एक और बड़ी जीत मिल गई है। स्पीकर पद के लिए हुए चुनाव में भाजपा प्रत्याशी राहुल नार्वेकर जीत गए हैं और उन्हें विधानसभा का अध्यक्ष चुन लिया गया है।स्पीकर चुने जाने के बाद राहुल नार्वेकर जैसे ही स्पीकर की कुर्सी की ओर बढ़े, विधानसभा में ‘जय श्री राम’, ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारे लगने लगे.

ऐसा करके बीजेपी और शिवसेना के विधायक यह संदेश देने की कोशिश कर रहे थे कि अब महाराष्ट्र में फिर से ‘हिंदुत्व की समर्थक’ सरकार आ गई है.एकनाथ शिंदे की अगुवाई में शिवसेना में हुई बगावत की वजह से राहुल नार्वेकर आसानी से विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव जीत गए.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2020 से एक साल पहले राहुल नार्वेकर ने बीजेपी जॉइन की थी, जिसके बाद वो विधायक बने थे और अब वो महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर बन गए हैं.विपक्ष के उम्मीदवार राजन साल्वी चुनाव हार गए हैं। उन्हें केवल 107 वोट मिले हैं।

शिवसेना और एनसीपी से नाता तोड़कर भारतीय जनता पार्टी में आए राहुल नार्वेकर ने 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की. जीत के आधिकारिक एलान के बाद राहुल नार्वेकर ने आसन संभाल लिया। आसन संभालने के बाद नार्वेकर ने एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस समेत सदन के सभी सदस्यों का शुक्रिया अदा किया।

एक बार फिर देश में होगा किसान आंदोलन का आगाज, राकेश टिकैत ने खुद कह दी ये बड़ी बात…

देश में फिर किसान आंदोलन की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है,जिसे लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हुई. इस बैठक में चार मुद्दों पर चर्चा की जा रही है.

गाजियाबाद में SKM की मीटिंग से पहले किसान नेता राकेश टिकैट ने कहा कि MSP और लखीमपुर के मुद्दे पर सरकार से बातचीत करेंगे. साथ ही जो मुद्दे रह गए थे, उन मुद्दों को लेकर भी चर्चा होगी. उन्होंने आगे कहा कि SKM की मीटिंग में सरकार से बात करने के लिए कमिटी भी बनाई जा सकती है.किसान नेता राकेश टिकैट ने कहा कि नोट ऑफ रिकॉर्ड अग्निपथ स्कीम के बारे में भी चर्चा होगी.

इसके अलावा उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन का अगला ठिकाना कभी भी हो सकती है.चिंता जताई गई कि एमएसपी पर गारंटी कानून अभी तक नहीं बनाया गया. लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा मामले की प्रगति को लेकर भी किसान नेताओं में नाराजगी देखी गई. संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सालभर आंदेालन चलाया था. जब सरकार ने इन विवादास्पद कानूनों को निरस्त कर दिया  इसके अलावा जिन किसानों की आंदोलन के दौरान मौत हुई थी.

अखिलेश यादव ने सभी कार्यकारिणी और प्रकोष्ठ को किया भंग, लोकसभा उपचुनाव में मिली हार के चलते लिया फैसला

Uttar Pradesh: समाजवादी पार्टी से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है.  लोकसभा उपचुनाव में दोनों सीटें हारने के बाद SP के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी की सभी इकाइयों को भंग कर दिया है. उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष को छोड़कर बाकी सभी कमेटियों को भंग कर दिया है।

अखिलेश यादव के निर्देश पर जिन कमेटियों को तत्काल प्रभाव से भंग किया गया है, उसमें पार्टी के सभी युवा संगठनों, महिला सभा के साथ अन्य सभी प्रकोष्ठों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष,जिला अध्यक्ष, राष्ट्रीय, राज्य, जिला कार्यकारिणी को सस्पेंड कर दिया है।

पार्टी कार्यपरिषद के सम्मेलन के बाद नए सिरे से कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। खबर के अनुसार, पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन अगस्त के अंतिम सप्ताह अथवा सितंबर महीने में होगा। मालूम हो कि विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से ही कार्यकारिणी भंग करने की संभावना जताई जा रही थी।

उस समय तो यह भंग नहीं की गई, लेकिन लोकसभा उपचुनावों में हार के बाद इन्हें भंग कर दिया गया।समाजवादी पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से दी गई है. पार्टी के अकाउंट से किए गए ट्वीट में कहा गया है कि प्रदेश के अध्यक्ष को छोड़कर पार्टी के सभी अन्य संगठन, प्रकोष्ठों और जिला कार्यकारिणी कों भंग कर दिया गया है.

क्या अपने दम पर उपराष्ट्रपति चुनाव भी जीत सकती हैं BJP, इस वजह से हैं भाजपा का पलड़ा भारी

Vice-President Election: देश में राष्ट्रपति  के साथ-साथ उपराष्ट्रपति चुनाव की चर्चा तेज हो गई है.उपराष्ट्रपति चुनाव में उसके पास अपने कैंडिडेट की जीत सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त वोट हैं। उप-राष्ट्रपति के चुनाव में केवल लोकसभा और राज्यसभा के सांसद वोट करते हैं। इसमें संसद के नामित सदस्य भी मतदान कर सकते हैं।

उपराष्ट्रपति चुनाव में BJP के पास 395 सांसद या वोट हैं जो जीत के जादुई आंकड़े 388 से सात ज्यादा हैं। अब तक भाजपा की अगुआई वाले एनडीए और विपक्ष ने अपने उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं। । उप-राष्ट्रपति के चुनाव में केवल लोकसभा और राज्यसभा के सांसद वोट करते हैं। इसमें संसद के नामित सदस्य भी मतदान कर सकते हैं। 21 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आने के बाद उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी.

अब राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले कोई उपचुनाव या द्विवार्षिक चुनाव नहीं होगा, ऐसे में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल यानी इलेक्टोरल रोल 775 सदस्यों का है। इसमें लोकसभा के 543 और राज्यसभा के 232 सदस्य शामिल हैं।ऐसे में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल यानी इलेक्टोरल रोल 775 सदस्यों का है।इसे लेकर राजनीतिक पार्टियों ने इसे लेकर प्रत्याशियों का मंथन शुरू कर दिया है.  इसमें लोकसभा के 543 और राज्यसभा के 232 सदस्य शामिल हैं।

 

जयपुर में लागू धारा 144 का उल्लंघन करना भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर को पड़ा भारी, पुलिस ने किया गिरफ्तार

उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के बाद से प्रशासन की सख्ती जारी है। इसी के तहत राजधानी जयपुर सहित पूरे प्रदेश में पुलिस ने धारा 144 लगा रखी है। लंबे समय से चल रहे कोविड सहायकों के धरने का समर्थन करने चंद्रशेखर जयपुर पहुंचे थे।

धारा-144 के उल्लंघन के चलते पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।भीम आर्मी के अधिकारियों ने ट्वीट किया कि पुलिस पहले से ही एयरपोर्ट पर चंद्रशेखर का इंतजार कर रही थी और उनके बाहर आते ही उन्हें हिरासत में ले लिया था।

कोरोना काल में नियुक्त किए गए कोविड सहायक काफी दिनों से जयपुर में विभिन्न मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं। शहर में धारा-144 लागू है। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर शहर में पहुंचकर नियम के उल्लंघन के चलते उनकी गिरफ्तारी हुई है।

अब भीम आर्मी चीफ की गिरफ्तारी के बाद माइक्रो ब्लॉगिंह साइट ट्विटर पर उनके समर्थक #Release_Chandrashekhar_Azad को काफी तेजी से ट्रेंड करा रहे हैं। धारा 144 के बीच यहां धरना देने आए भीम आर्मी के मुखिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। चंद्रशेखर आजाद के समर्थकों का कहना है कि पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर कहां ले गई है।

राजनीतिक दलों पर बोले सीजेआई एमवी रमना-“सत्तारूढ़ दलों का मानना ​​​​है कि सरकारी कार्रवाई…”

भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमणा  ने शनिवार को देश की सभी राजनीतिक पार्टियों को कड़ा संदेश दिया है।सीजेआई ने कहा, “यह आम जनता के बीच बड़ी अज्ञानता है जो ऐसी ताकतों की सहायता कर ही, जिनका एकमात्र उद्देश्य न्यायपालिका को खत्म करना है। मैं इसे स्पष्ट कर दूं, हम केवल और केवल संविधान के प्रति जवाबदेह हैं। ”

सीजेआइ ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि सत्ता में बैठे राजनीतिक दलों का मानना ​​​​है कि हर सरकारी कार्रवाई न्यायिक समर्थन की हकदार है। वहीं विपक्षी पार्टियां न्यायपालिका से अपने राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने की उम्मीद करती हैं।

उन्होंने कहा कि “संविधान में परिकल्पित नियंत्रण और संतुलन को लागू करने के लिए हमें भारत में संवैधानिक संस्कृति को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। हमें व्यक्तियों और संस्थानों की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों के बारे में जागरूकता फैलाने की जरूरत है।मुख्य न्यायाधीश रमणा ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, ‘सिलिकॉन वैली में 50% बिजनेस-टू-बिजनेस स्टार्ट-अप की स्थापना की गई है।’

न्यायपालिका से अपने राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने की उम्मीद करती हैं। उन्होंने कहा कि संविधान के बारे में लोगों के बीच उचित समझ के अभाव में यह गलत सोच पनपती है।सीजेआई ने कहा कि “दीर्घकालिक विकास के लिए बनी इस तरह की नींव को कभी भी बाधित नहीं किया जाना चाहिए। पूरी दुनिया में सरकार बदलने के साथ नीतियां बदलती हैं। ”

आखिर कौन बनेगा देश का अगला राष्ट्रपति, क्या द्रौपदी मुर्मू के सहारे बीजेपी को मिलेगी सत्ता की चाभी ?

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू भाजपा विधायकों व सांसदों से समर्थन मांगने के लिए सोलन जिले के बद्दी पहुंचीं।चुनाव के बीच दोनों ने अपने पक्ष में समर्थन जुटाने की कोशिशें तेज कर दी हैं।

कई पार्टियों ने अपनी स्थिति साफ कर दी है। इसी कड़ी में शुक्रवार को अकाली दल ने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का एलान कर दिया।राष्ट्रपति चुनाव के लिए ज्यादातर बड़ी पार्टियों ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। लेकिन अभी भी कुछ दलों की स्थिति स्पष्ट नहीं है। पंजाब और दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है।

हरियाणा में द्रौपदी मुर्मू को भारतीय जनता पार्टी, जननायक जनता पार्टी और गठबंधन सरकार का समर्थन कर रहे निर्दलीय विधायकों ने पूर्ण समर्थन का भरोसा दिलाया है। राजग की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू शुक्रवार को हरियाणा के सांसद-विधायकों का समर्थन जुटाने हरियाणा निवास पहुंची थीं।

इस बीच यशवंत सिन्हा ने एक इंटरव्यू में दावा किया कि चुनाव की तारीख तक उनके पक्ष में बहुत से परिवर्तन होंगे।यशवंत सिन्हा को अब तक कांग्रेस, एनसीपी, टीएमसी, सीपीआई, सीपीआई (एम) समाजवादी पार्टी, रालोद, आरएसपी, टीआरएस, डीएमके, नेशनल कांफ्रेंस, भाकपा, आरजेडी, केरल कांग्रेस (एम) जैसे कई दलों का समर्थन मिल चुका है। यशवंत सिन्हा की पत्नी नीलिमा सिन्हा ने एनडीए की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रोपदी मुर्मू को अच्छा उम्मीदवार बताया है

कर्नाटक चुनाव से पहले जल्द प्रचार कार्यक्रम शुरू करेगी कांग्रेस, मुख्यमंत्री पद के लिए नहीं घोषित करना चाहती चेहरा

कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व सीएम सिद्धरमैया ने पार्टी के अन्य शीर्ष नेताओं के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के निवास पर दो दिन चले विचार-विमर्श में यह फैसला किया।कर्नाटक में विधानसभा चुनाव अगले साल होने वाले हैं। इस दौरान कर्नाटक के आगामी चुनाव को लेकर भावी रणनीति बनाई गई।

कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार और कांग्रेस विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया  ने आगामी चुनावों के लिए भविष्य की रणनीति बनाने के लिए राहुल गांधी के आवास पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ दो दिनों तक बैठक की। बैठक में कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला  भी मौजूद थे।

अभा कांग्रेस कमेटी के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला भी इस बैठक में मौजूद थे। राज्य नेतृत्व का एक धड़ा चाहता है कि पार्टी को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए चेहरा घोषित नहीं करना चाहिए और आगामी चुनावों में सामूहिक नेतृत्व के साथ जाना चाहिए।

कांग्रेस सूत्रों के अनुसार कर्नाटक कांग्रेस के नेतृत्व का एक धड़ा चाहता है कि पार्टी को सीएम प्रत्याशी घोषित नहीं करना चाहिए और सामूहिक नेतृत्व के साथ चुनाव मैदान में उतरना चाहिए।

BJP Meeting Live: तेलंगाना में शुरू हुई बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक, जेपी नड्डा ने किया उद्घाटन

 भाजपा की नजरें अगले साल होने तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनाव पर हैं। राजधानी हैदराबाद में भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आज से आगाज हो गया है.यह बैठक आज यानी दो जुलाई को दोपहर तीन बजे से शुरू होगी और तीन जुलाई की शाम तक चलेगी।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा शनिवार को इसका उद्घाटन किया।। इसके साथ ही 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव तथा पार्टी की नई नीतियां चुनावी एजेंडे में हो सकती है

इस दौरान उन्होंने भाजपा सदस्यों को संबोधित किया। नड्डा ने विभिन्ना राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों, उपचुनावों में जीत के लिए मोदी सरकार के गरीब समर्थक उपायों को श्रेय दिया।इसके अलावा मेघालय, नगालैंड, त्रिपुरा, छत्रीसगढ़, मध्य प्रदेश, मिजोरम, राजस्थान में भी अगले साल चुनाव् होंगे .

इसके बाद भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने प्रेस कांफ्रेंस की। वसुंधरा ने कहा कि पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था अभी चरमराई हुई है, आज पूरी दुनिया की आर्थिक विकास दर औसतन 6% है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राजनीति में परिवारवाद का मुद्दा अहम रहने वाला है। पीएम मोदी भी कई मौकों पर राजनीति में परिवारवाद को लोकतंत्र के लिए खतरा बता चुके हैं।